सभी हिंदी शायरी

तिरे फ़िराक़ में यूँ ज़िंदगी सँवर जाए

तिरे फ़िराक़ में यूँ ज़िंदगी सँवर जाए ...

kanwal-pradeep-mahajan

फिर 'ग़ालिब' को याद करें फिर दीदा-ए-तर की बात करें

फिर 'ग़ालिब' को याद करें फिर दीदा-ए-तर की बात करें ...

kanwal-pradeep-mahajan

खुले जब कभी दफ़्तर-ए-रफ़्तगाँ

खुले जब कभी दफ़्तर-ए-रफ़्तगाँ ...

kanwal-pradeep-mahajan

हयात-ओ-मौत के पर्दे उठा दिए जाएँ

हयात-ओ-मौत के पर्दे उठा दिए जाएँ ...

kanwal-pradeep-mahajan

दो ही मिसरों में बात होती है

दो ही मिसरों में बात होती है ...

kanwal-pradeep-mahajan

दिल से इक पल भी जुदा हो ये गवारा ही नहीं

दिल से इक पल भी जुदा हो ये गवारा ही नहीं ...

kaleem-aajiz

मक़्बूल हों न हों ये मुक़द्दर की बात है

मक़्बूल हों न हों ये मुक़द्दर की बात है

josh-malsiani

तुम से नहीं मिले तो किसी से नहीं मिले

तुम से नहीं मिले तो किसी से नहीं मिले ...

javed-saba

तुम बैठे हो लेकिन जाते देख रहा हूँ

तुम बैठे हो लेकिन जाते देख रहा हूँ

javed-akhtar

इंक़लाब एक ख़्वाब है सो है

इंक़लाब एक ख़्वाब है सो है

jaun-eliya

ये किस मक़ाम पे सूझी तुझे बिछड़ने की

ये किस मक़ाम पे सूझी तुझे बिछड़ने की

jamal-ehsani

ये जो लड़ता-झगड़ता हूँ सब से

ये जो लड़ता-झगड़ता हूँ सब से

jamal-ehsani

ये ग़म जुदा है बहुत जल्द-बाज़ थे हम तुम

ये ग़म जुदा है बहुत जल्द-बाज़ थे हम तुम

jamal-ehsani

वो लोग मेरे बहुत प्यार करने वाले थे

वो लोग मेरे बहुत प्यार करने वाले थे

jamal-ehsani

वो जिस मुंडेर पे छोड़ आया अपनी आँखें मैं

वो जिस मुंडेर पे छोड़ आया अपनी आँखें मैं

jamal-ehsani

वो इंतिक़ाम की आतिश थी मेरे सीने में

वो इंतिक़ाम की आतिश थी मेरे सीने में

jamal-ehsani

वो भी मिलने नई पोशाक बदल कर आया

वो भी मिलने नई पोशाक बदल कर आया

jamal-ehsani

तेरे ख़याल में कभी इस तरह खो गए

तेरे ख़याल में कभी इस तरह खो गए

jamal-ehsani

तिरा फ़िराक़ तो रिज़्क़-ए-हलाल है मुझ को

तिरा फ़िराक़ तो रिज़्क़-ए-हलाल है मुझ को

jamal-ehsani

सूरत-ए-दिल बड़े शहरों में रह-ए-यक-तर्फ़ा

सूरत-ए-दिल बड़े शहरों में रह-ए-यक-तर्फ़ा

jamal-ehsani
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