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तिरे फ़िराक़ में यूँ ज़िंदगी सँवर जाए
तिरे फ़िराक़ में यूँ ज़िंदगी सँवर जाए ...
फिर 'ग़ालिब' को याद करें फिर दीदा-ए-तर की बात करें
फिर 'ग़ालिब' को याद करें फिर दीदा-ए-तर की बात करें ...
तिरे फ़िराक़ में यूँ ज़िंदगी सँवर जाए ...
फिर 'ग़ालिब' को याद करें फिर दीदा-ए-तर की बात करें ...