नासेह मिरे रोने का न माने हो कि आशिक़ By Sher << मोम के पुतले थे हम और गर्... मुँह-ज़बानी क़ुरआन पढ़ते ... >> नासेह मिरे रोने का न माने हो कि आशिक़ गर ये न करे काम तो फिर काम करे क्या Share on: