अब तक ढूंढ रहा हूँ मैं अपने अंदर उस शख्स को Admin अन्य << प्रीत न कीजिए पंछी जैसी गरीब वो नहीं जिसके पास सं... >> अब तक ढूंढ रहा हूँ मैं अपने अंदर उस शख्स को,जो नजर से खो गया है नजर आने के बाद... Share on: