अगर मैं सच कहूँ तो सब्र ही की आज़माइश है अन्य << ज़िम्मेदारियां भी एक इम्ते... माना कि ज़लज़ला था यहाँ क... >> अगर मैं सच कहूँ तो सब्र ही की आज़माइश है ये मिट्टी इम्तिहाँ प्यारे ये पानी आज़माइश है! Share on: