जब रसोई में काम करते हुए माँ की चूड़ी खनकती है हर बार मुझे वो आवाज Admin घंटा शायरी, अन्य << हज़ार चेहरों में उसकी मुश... ना चाहते हुए भी साथ छोड़न... >> जब रसोई में काम करते हुए माँ की चूड़ी खनकती हैहर बार मुझे वो आवाज, मन्दिर की घंटी सी लगती है ..!! Share on: