जली रोटियों पर बहुत शौर मचाया तुमने Admin चाय पर शायरी, अन्य << अगर कुछ सीखना ही है निगाहों में मंज़िल थी >> जली रोटियों पर बहुत शौर मचाया तुमनेमाँ की जली उँगलियों को देख लेते तोभूख ही उड़ गई होती। Share on: