मेरी हवस के अंदरूँ महरूमियाँ हैं दोस्त अन्य << माना कि ज़लज़ला था यहाँ क... देखूँ तो जुर्म और न देखूँ... >> मेरी हवस के अंदरूँ महरूमियाँ हैं दोस्तवामाँदा-ए-बहार हूँ घटिया कहे सो हूँ!*महरूमियाँ - deprivation*वामाँदा-ए-बहार - fatigued of spring Share on: