परख अगर हीरे की करनी है तो अंधेरे का इन्तजार करो अन्य << ऐ आसमान तेरे ख़ुदा का नही... चंद सिक्कों में बिकता है ... >> परख अगर हीरे की करनी है तो अंधेरे का इन्तजार करोवरना धूप में तो काँच के टुकड़े भी चमकते हैं! Share on: