प्यार करने की अपनी रीत हैं Admin बाप बेटा शायरी, अन्य << "जैसा भी हु ___अच्छा या ब... इतना आसान नहीं है >> प्यार करने की अपनी रीत हैं,प्यार का दूसरा नाम प्रीत हैं।इसलिए प्यार करो उसके बाप के सामने, क्योंकी डर अागे जीत है!!! Share on: