बिन मेरेे रह ही जाएंंगी काेई ना कोई कमी‚ तुम जिन्दगी को जितनी मर्जी संंवारनें की Admin जिन्दगी शायरी हिंदी, इश्क << तेरे घर आया मैं आया तुझको... मैं रो के आह करूँगा जहाँ ... >> बिन मेरेे रह ही जाएंंगी काेई ना कोई कमी‚तुम जिन्दगी को जितनी मर्जी संंवारनें की काेेशिश् कर लोǃ Share on: