लौट आओ और मिलो उसी तड़प से Admin इंतजार शायरी हिंदी में, इश्क << तू मुझे याद करे न करे तेर... जब भी जख्म तेरे यादों के ... >> लौट आओ और मिलो उसी तड़प से,अब तो मुझे मेरी वफाओं का सिला दे दो,इंतजार ख़त्म नहीं होता है आँखों का,किसी शब् अपनी एक झलक दे दो। Share on: