बीत गया जो साल भूल जाएँ Admin शायरी शुभ प्रभात, जुदाई << तुम मेरे पास थे छुपती नहीं महोब्बत >> बीत गया जो साल भूल जाएँ, इस नएसाल को गले लगाएँ, करते हैं हमदुआ रब से सर झुका के, इस सालके सारे सपने पूरे हों आपके।नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं Share on: