बिखरे रिश्तो को कोई रूप दे दो Admin अप्रैल फुल शायरी, जुदाई << नसीब से फरियाद तो कर सकते... दिल ने कहा याद करते रहना >> बिखरे रिश्तो को कोई रूप दे दो,खिलते फुलों को थोडी धूप दे दो,आपकी याद आयी है तो sms किया हमने,आप भी हमारी याद आने का कोई सबूत दे दो… Share on: