हो जाएगी जब तुम से शनासाई ज़रा और जुदाई << अभी हिज्र दामन में उतरा न... ख़्वाब की तरह बिखर जाने क... >> हो जाएगी जब तुम से शनासाई ज़रा औरबढ़ जाएगी शायद मेरी तन्हाई ज़रा और! Share on: