मेरा यूँ टुटना और टूटकर बिखर जाना Admin शायरी में दर्द, जुदाई << देख मेरी अॉखो मे ख्वाब कि... सुनो >> मेरा यूँ टुटना और टूटकर बिखर जानाकोई इत्फाक नहीं,किसी ने बहुत कोशिश की हैमुझे इस हाल तक पहुँचाने में..!! Share on: