अब हमने भी लोगों को परखना सीख लिया Admin अकड़ वाली शायरी, दर्द << दिल को उसने धड़कन दे दी कहाँ वो शोख़ >> अब हमने भी लोगों को परखना सीख लिया,वादा करके बड़ी होशयारी से मुकरना सीख लिया,चहरे बदलने लगा हूँ मैं भी, दिन में कई बार,मैंने भी अब अकड़ कर अब चलना सीख लिया,मुझसे पूंछा करते है लोग अक्सर,कब से ये तुमने ...रंग बदलना सीख लिया. Share on: