दिल मे उतर जाने की आदत हे मेरी Admin जख्म शायरी फोटो, दर्द << तू इश्क़ की कोई दूसरी निश... तुझसे अच्छे तो जख्म हैं म... >> दिल मे उतर जाने की आदत हे मेरी ,अलग पहचान बनाने की आदत हे मेरी..जितना गहरा जख्म कोई देता हे मुझे,उतना ही मीठा मुस्कूराने की आदत हे मेरी| Share on: