जब छोटे थे तब जोर जोर से रोते थे जो नहीं था उसे पाने के लिए Admin बड़े शायरों की शायरी, दर्द << जिस नगर मेँ भी जाओ किस्से... अगर मालुम होता कि इतना तड... >> जब छोटे थे तब जोर जोर से रोते थेजो नहीं था उसे पाने के लिए,...आज बड़े है तो चुपके से रोते हैजो पसंद है उसे भुलाने के लिए !! Share on: