बरसों गुजर गए रोकर नहीं देखा Admin प्रेम << किसी को दिल का दिवाना पसं... जिंदगी एक चाहत का सिलसिला... >> बरसों गुजर गए रोकर नहीं देखाआँखों में नींद थी सोकर नहीं देखावो क्या जाने दर्द-ऐ-मोहब्बत क्या हैजिसने कभी किसी का होकर नहीं देखा। Share on: