एक मूर्ति बेचने वाले के लिए दो लाइन अर्ज है Admin प्रेम शायरी 2 लाइन, प्रेम << दिवाली पर कहते है पटाखे म... वो चाँद है मगर आप से प्या... >> एक मूर्ति बेचने वाले के लिए दो लाइन अर्ज है, पसंद आये तो शेयर जरुर किजीयेगा।गरीबो के बच्चे भी खाना खा सके त्योहारों में,तभी तो भगवान खुद बिक जाते है बाजारों में..... Share on: