हज़ारो शेर मेरे सो गए काग़ज़ की कब्रों में अजब माँ हूँ Admin शायरी कब्र पर, प्रेम << बड़े लोगों से मिलने में हम... मोहब्बत एक खुश्बू है हमेश... >> हज़ारो शेर मेरे सो गए काग़ज़ की कब्रों मेंअजब माँ हूँ, कोई बच्चा मेरा ज़िंदा नहीं रहता Share on: