कभी तुझे भुलाना चाहा Admin जिस्म पर शायरी, प्रेम << साचो सबंध वरसाद जेवो नथी ... आँखों में ही देखा दिल में... >> कभी तुझे भुलाना चाहा,कभी तुझे मनाना चाहा,मैंने जब भी चाहा सिर्फ,तुझे ही चाहा,जाने क्या बात लिखी थी मेरी किस्मत में,तूने जब भी चाहा सिर्फ मुझे रुलाना ही चाहा. Share on: