मिटा ना सका मैं अपने हाथ की लकीरों को इन लकीरों में तेरे प्यार की तकदीर Admin प्रेम << जाने कब से जल रही है सीने... मोहब्बत >> मिटा ना सका मैं अपने हाथ की लकीरों कोइन लकीरों में तेरे प्यार की तकदीर बन गयीबहुत चाह तुझे भुला दू इस जिंदगी सेपर तू मेरे जीने का सबब बन गयी Share on: