सात सुरों का बहता दरिया तेरे नाम ।हर सुर में है रंग झनकता तेरे नाम ।जंगल-जंगल उड़ने वाले सब मौसम,और हवा का सर्द दुपट्टा तेरे नाम ।तेरे बिना जो उम्र बिताई, बीत गई,अब इस उम्र का बाक़ी हिस्सा तेरे नाम ।जितने ख़्वाब ख़ुदा ने मेरे नाम लिखे,उन ख़्वाबों का रेशा-रेशा तेरे नाम ।