समझ ना सको ना सही अब कोई परवाह नहीं क्य हुआ तुम लैला न बन सकी मैं ने Admin लैला मजनू पर शायरी, प्रेम << ईश्क के फ़ुल बिखर रहे हैं... सिर्फ मोहब्बत को पाना ही ... >> समझ ना सको ना सहीअब कोई परवाह नहींक्य हुआ तुम लैला न बन सकीमैं ने तो सारी उम्र दे दी। Share on: