ये मत कहना कि तेरी याद से रिश्ता नहीं रखा प्यार और नफरत शायरी, यादें << बहुत याद आते हैं तुम्हारे... मेरी यादों से अगर बच निकल... >> ये मत कहना कि तेरी याद से रिश्ता नहीं रखा,मैं खुद तन्हा रहा मगर दिल को तन्हा नहीं रखा,तुम्हारी चाहतों के फूल तो महफूज़ रखे हैं,तुम्हारी नफरतों की पीर को ज़िंदा नहीं रखा। Share on: