मोहब्बत से करो आगाज तो अजनबी भी करीब आते हैं मोहब्बत है एक नूरानी मंजिल जहां Admin फरिश्ते पर शायरी, रिश्ते << कुछ रिश्ते इस जहाँ में खा... दोस्ती एक किताब है जो कित... >> मोहब्बत से करो आगाज तो अजनबी भी करीब आते हैंमोहब्बत है एक नूरानी मंजिल जहां फरिश्ते भी अपना सर झुकाते हैं Share on: