हीर रो-रो कर रांझे से कह रही है हास्य << हमारे ऐतबार की हद ना पूछ ... तेरे ग़म में तड़प कर मर जाय... >> हीर रो-रो कर रांझे से कह रही हैहीर रो-रो कर रांझे से कह रही है.....हाथ छोड़ कमीने मेरी नाक बह रही है। Share on: