अपना ज़मीर ज़िंदा रख लालच पर शायरी, Attitude << मुश्किल वक़्त का सबसे बड़... में जानता हु की बादशाह बन... >> अपना ज़मीर ज़िंदा रख,साहस की शमशीर ज़िंदा रखसुल्तान भी बन जाए तो,दिल में फ़क़ीर ज़िंदा रखलालच डिगा न पाए तुझे,आँखों का नीर ज़िंदा रखइन्सानियत सिखाती जो,मन में वो पीर ज़िंदा रखहौसले के तरकश में,कोशिश का हर तीर ज़िंदा रख ।। Share on: