एकांत को पिघला कर उसमें व्यस्त रहता हूँ इन्सान पर शायरी, Attitude << हमारा अंदाज कुछ ऐसा है कि Mera Attitude Mera अपना h... >> एकांत को पिघला कर उसमें व्यस्त रहता हूँ,इन्सान हूँ मुरझा कर भी मस्त रहता हूँ !! Share on: