हजारों ना-मुकम्मल हसरतों के बोझ तले हसरतों पर शायरी, Attitude << बाप के सामने अय्याशी और ह... कमियाँ तो बहुत है मुझमे >> हजारों ना-मुकम्मल हसरतों के बोझ तले.. ऐ दिल तेरी हिम्मत है, जो तू धङकता है.. Share on: