मरने का मज़ा तो तब है कातिल पर शायरी, Attitude << वो और मैं दोनों एक दूसरे ... तेरी मोहब्बत मैं और मेरी ... >> मरने का मज़ा तो तब है,जब कातिल भी जनाजे पे आकर रोये. Share on: