मुझको बेवफा बनाकर जाने वाले बेवफा शायरी भोजपुरी, Bewafa << प्यार करने का हुनर हमें न... एक फूल का दर्द उसकी जुकि ... >> मुझको बेवफा बनाकर जाने वालेमुझसे वफ़ा का अब ख्वाब न रखमैं तो डूब ही चुकी थी तुझमेमेरे फिर डूबने का ख्वाब न रखऔर मुझको साहिल पर तनहा छोड़के जाने वालेऔकात में जरा अपनी मजाल को रख || Share on: