तुझे चाहा रब से भी ज्यादा फिर भी ना तुझे पा सके दिल की धडकन शायरी, Breakup << सोचा था तुझपे प्यार लुटाक... लिखी है खुदा ने मोहब्बत स... >> तुझे चाहा रब से भी ज्यादा फिर भी ना तुझे पा सकेरहे तेरे दिल में मगर तेरी धडकन तक ना जा सकेजुड़के भी तुटी रहि ईश्क कि डोर वेकिस्मत के मारे असी कि करीये किस्मत पे किसका जोर Share on: