ऐसा नहीं होगा कि रास्तों में रहमत नहीं होगी Admin इरादा शायरी, Decent << तुम साथ हो तो मुकद्दर पे ... प्रेम से रहो दोस्तों जरा ... >> ऐसा नहीं होगा कि रास्तों में रहमत नहीं होगीपैरों के तेरे चलने की आदत नहीं होगीअगर है कश्ती तो ना होगा किनारा कभी दूरतेरे इरादों में अगर जीतने की चाहत बची होगी। Share on: