ज़रूरी तो नहीं कि हर चाहत का मतलब इश्क़ हो Admin शायरी रिश्तों पर, Decent << खामोश रहता हूँ क्योंकि अभ... !! मुझसे मां से दो पल की ... >> ज़रूरी तो नहीं किहर चाहत का मतलब इश्क़ हो,,कभी कभी कुछ अनजान रिश्तोंके लिए भी दिल बेचैन हो जाता है| Share on: