नजरें मिलती हैं पर नजारे नहीं मिलते। बेसहारों को कहीं सहारे नहीं मिलते। जिंदगी इक नदी है Admin मान भी जाओ शायरी, Emotions << किन लफ़्ज़ों में इतनी कडव... कलम उठाई है >> नजरें मिलती हैं पर नजारे नहीं मिलते।बेसहारों को कहीं सहारे नहीं मिलते।जिंदगी इक नदी है, तैरते ही जाइए,डूबते इंसान को किनारे नहीं मिलते। Share on: