गालिब फरमाते हैं Admin गालिब शेरो शायरी, Funny << बदलवा दे मेरे नोट ए ग़ालिब पलट दूँगा सारी दुनिया मैं... >> गालिब फरमाते हैं,चली जाती हैं आए दिन वो ब्यूटी पार्लर में यूं ,उनका मकसद है मिसाले-हूर हो जाना।मगर ये बात किसी बेग़म की समझ में क्यूं नहीं आती,कि मुमकिन ही नहीं किशमिश का फिर से अंगूर हो जाना। Share on: