खिलखिलाती सुबह Admin सुबह सवेरे शायरी, Good Morning << खुद से क्या मांगू तेरे वा... सपनो के जहाँ से अब लौट आऔ >> खिलखिलाती सुबह, ताज़गी से भरा सवेरा हैफूलों और बहारों ने आपके लिए रंग बिखेरा हैसुबह कह रही है जाग जाओ अब नींद सेआपकी मुस्कुराहट के बिना तो सब अधूरा है।सुप्रभात! Share on: