मुझे सुलाने की खातिर जब रात आती है Admin शुभ रविवार शायरी, Good Night << चारो तरफ है फैली मून-लाइट पत्थर की दुनिया जज़्बात न... >> मुझे सुलाने की खातिर जब रात आती हैहम सो नहीं पाते रात खुद सो जाती हैपूछने पे दिल से ये आवाज आती हैआज दोस्त को याद कर ले, रात तो रोज आती है!शुभ रात्रि! Share on: