कौन कहता है आकाश में सुराख नहीं बन सकता यारों पर शायरी, Inspirational << भरा नही जो भावों से बहती ... प्रार्थना ऐसे करनी चाहिए ... >> कौन कहता है आकाश में सुराख नहीं बन सकता, तुम ज़रा तबियत से पत्थर उछालो तो यारों......|| Share on: