खुद पर भरोसा करना कोई परिंदो से सीखे घोंसला शायरी, Inspirational << प्रत्येक लाइन गहराई से पढ़... बैठ जाता हूँ अक्सर मिट्टी... >> खुद पर भरोसा करना कोई परिंदो से सीखे,क्योंकि शाम को जब वो घोंसलों में जाते हैं तो उनकी चोंच में कल के लिए कोई दाना नहीं होता। Share on: