यह आरजू नहीं कि किसी को भुलाएं हम Admin मन बावरा शायरी, Other << तेरे लिए खुद को मजबूर कर ... भूलना मेरी आदत नहीं >> यह आरजू नहीं कि किसी को भुलाएं हमन तमन्ना है कि किसी को रुलाएं हमजिसको जितना याद करते हैंउसे भी उतना याद आयें हम!This is a great किसी की चाहत शायरी. Share on: