कोई मलाल कोई आरजू नहीं करता Admin लाल रंग पर शायरी, Other << हर रात रो-रो के उसे भुलान... मोहब्बत की हवा जिस्म की द... >> कोई मलाल कोई आरजू नहीं करतातुम्हारे बाद यह दिल गुफ्तगू नहीं करताकोई न कोई चीज़ मेरी टूट जाती हैतुम्हारी याद से जब भी वज़ू नहीं करता।अनुवाद:वज़ू = पवित्रThis is a great शायरी कोई दीवाना कहता है. True lovers of shayari will love this मलाल शायरी. Share on: