कोई खास फर्क नहीं पड़ता अब ख्वाहिशें अधूरी रहने पर Admin ख्वाहिश पर शायरी, Poetry << तुम हमें जान पाओ तुम्हें ... कोल्ड ड्रिंक्स का मौसम आय... >> कोई खास फर्क नहीं पड़ता अब ख्वाहिशें अधूरी रहने पर,बहुत करीब से कुछ सपनों को टूटते हुए देखा है मैंने.... Share on: