अमीर की बेटी पार्लर में जितना दे आती है गरीब के लिए शायरी, Shayari << मर जाऊँ मैं हिचकियों से अब रिहा करदो अपने ख्यालों... >> अमीर की बेटी पार्लर में जितना दे आती है ,उतने में गरीब की बेटी अपने ससुराल चली जाती है ।। Share on: