धूप मायूस लौट जाती है Shayari << अब रिहा करदो अपने ख्यालों... तू सामने मेरे जब रहती है >> धूप मायूस लौट जाती है,छत पे किसी बहाने आया कर।कौन कहता है दिल मिलाने को,कम-से-कम हाथ तो मिलाया कर..!! Share on: