मुझको भुल जाने की नई -नई तरकिबे निकाल रही है वो दोस्तों की महफिल शायरी, Shayari << जो इस दुनिया में नहीं मिल... नाराज हमेशा ख़ुशियाँ ही ह... >> मुझको भुल जाने की नई -नई तरकिबे निकाल रही है वो,सुना है आजकल फेसबूक पर महफिले जमा रही है वो !! Share on: