नदी जब किनारा छोर देती हैं छोटी बच्ची शायरी, Shayari << फ़िज़ा में ज़हर भरा है जरा स... कभी मुस्कुराती आँखे भी कर... >> नदी जब किनारा छोर देती हैं,राह की चट्टान तक तोर देती हैं,बात छोटी सी अगर चुभ जाए दिल में तो,जिंदगी के रास्तों को भी मोर देती हैं। Share on: