ये शेरो-शायरी सब उसी की मेहरबानी है शेरो शायरी, Shayari << एक तेरे बगैर ही ना गुज़रेग... शाम की लाली रात का काजल >> ये शेरो-शायरी सब उसी की मेहरबानी है,वो कसक जो सीने से आज भी नहीं जाती। Share on: